bhastrika pranayama benefits in hindi, भस्त्रिका प्राणायाम के लाभ

Bhastrika pranayama benefits


Bhastrika pranayama benefits

भस्त्रिका प्राणायाम एक ऐसा प्रणाम है जिससे हम कई प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं। भस्त्रिका प्राणायाम हमें हमारे बॉडी में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालता है।

हमारा जीवन हमारे स्वास्थ्य पर निर्भर है। हमारी बॉडी में ज्यादातर कार्बन डाइऑक्साइड ज्यादा हो जाने से में विभिन्न प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है और हमें फेफड़े की बीमारी भी हो जाती है। ऐसे में हमें भस्त्रिका प्राणायाम जरूर करना चाहिए इससे हमारे शरीर में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकाल कर हमारे शरीर को विभिन्न बीमारियों से दूर रखने की कोशिश करता है।




भस्त्रिका प्राणायाम किस प्रकार करते हैं?


नीचे बैठने से पहले अपने नीचे कुछ बिछाने और फिर उसके ऊपर बैठने के पश्चात अपने अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें, और गर्दन को भी सीधा रखें, कमर भी सीधी होनी चाहिए। आंखें बंद कर ले, और फिर तेजी से सांस ले, और श्वास को बाहर निकालें, सांस लेते समय पेट फूलना चाहिए, श्वास छोड़ते समय पेट पिचक ना चाहिए। इससे नाभि स्थल पर दबाव पड़ता है। इस परिणाम को करते समय सबसे पहले स्वास को धीमी रखें। ऐसे ही 2 सेकंड बाद फिर सांस लें और फिर छोड़ें। सांस लेते समय और छोड़ते समय एक जैसी गति बनाकर रखें।


वापस सामान्य अवस्था में आने के लिए सांस की गति धीरे-धीरे कम करते जाएं। अंत में एक गहरी सांस निकालते समय शरीर को ढीला छोड़ दें। इसके पश्चात हमें कपालभाति प्राणायाम करना चाहिए।

भस्त्रिका प्राणायाम करते समय सावधानी


भस्त्रिका प्राणायाम करते समय नाक को पहले साफ कर ले। भस्त्रिका प्राणायाम खुली वातावरण में करना चाहिए। अपनी क्षमता अनुसार भस्त्रिका प्राणायाम को करना चाहिए। भस्त्रिका प्राणायाम दिन में एक बार ही करें। प्राणायाम करते समय किसी भी प्रकार का शरीर को नहीं लाना चाहिए। श्वास लेने के समय और सांस छोड़ने के समय बैलेंस बराबर बना कर रखें।


शुरुआती व्यक्ति भस्त्रिका प्राणायाम को 8 से 10 बार कर सकता है। भस्त्रिका प्राणायाम अपनी क्षमता के अनुसार ही करें ज्यादा करने से आपको नुकसान हो सकता है।


भस्त्रिका प्राणायाम के लाभ


1.  भस्त्रिका प्राणायाम करने से आपके शरीर के अंदर कफ, पित्त वात यह विभिन्न प्रकार की बीमारियां दूर हो जाएंगी। 


2.  भस्त्रिका प्राणायाम करने से शरीर में तेजी से हवा जाने की वजह से फेफड़े के अंदर ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड की अदला बदली हो जाती है इससे आपको पचने की प्रक्रिया जल्दी होने लगती है।


3.  भस्त्रिका प्राणायाम फेफड़े के अंदर कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने का कार्य करता है।

4.  भस्त्रिका प्राणायाम का और गले की सूजन को भी दूर करने का कार्य करता है।

5.  भस्त्रिका प्राणायाम करने से आपको तेजी से भूख भी लगती है।


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