pranayama and meditation, प्राणायाम और ध्यान


pranayama and meditation

 प्राणायाम और ध्यान



प्राणायाम और ध्यान ( pranayama and meditation )

किसी भी प्रकार का आश्रम करने से पहले हमें प्राणायाम को ध्यान के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए।

चार प्रकार के होते हैं


हठयोग

मंत्र योग

कुंडलिनी योग

राजयोग


चारों युग में सबसे महत्वपूर्ण योग राजयोग है। जिससे महर्षि पतंजलि में अष्टांग योग का ही एक हिस्सा है। अष्टांग योग को महर्षि पतंजलि ने अपने किताब योग सूत्र में शामिल किया है। अष्टांग योग का मतलब होता है 8 प्रकार की योग :- 


1. यम


2. नियम


3. आसन


4. प्राणायाम


5. प्रत्याहार


6. धारणा


7. ध्यान


8. समाधि



प्राणायाम ( pranayama )


प्राणायाम श्वास संबंधित एक क्रिया है। इसके जरिए हम सुहास को नियंत्रित करते हैं। इससे हमारे प्राणवायु हमारी बॉडी में गमन होता है और हमारे शरीर में एक नई ऊर्जा दिखाई देती है। यह उर्जा हमारे शरीर को विभिन्न प्रकार के लाभ देते हैं। 

आसन ( aasan )


इसमें हम अपने शरीर को अलग-अलग प्रकार की मुद्रा में रखते हैं। इससे हमारा स्वास्थ्य बना रहता है और हमारे शरीर के किसी भी अंग में कोई भी प्रकार की बीमारी नहीं आती। इससे हमारे हाथ पैर मजबूत होते हैं। और हमें कार्य करने में सक्षम करते हैं।

ध्यान ( dhayan )


ध्यान के जरिए हम अपने मन को शांत करते हैं। ध्यान का सीधा मतलब यह होता है कि किसी कार्य में एकदम से लुप्त हो जाना और बाहर के कार्यों में बिल्कुल ना ध्यान देना। भाई हमारे अवचेतन मन को शांत करता है और हमें किसी भी प्रकार की चिंता है तो ध्यान करने से वह चिंता के जो हानिकारक कार्य होते वह नहीं हो पाते। ध्यान करने से हमें बहुत लाभ होते हैं और हमारी बॉडी में एक नई प्रकार की ऊर्जा का संचार होता है। जिसे हम प्राणवायु कहते हैं।


हमें ध्यान करना जरूर चाहिए और अगर हम किसी भी प्रकार का आसन करते हैं तो हमें कोई ना कोई मुद्रा लेकर आसन को पूर्ण रूप से करना चाहिए। प्राणायाम और ध्यान अगर जो मिट्टी करता है उसको पूरे जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।

प्राणायाम हमें एक नया जीवन प्रदान करते हैं।प्राणायाम और ध्यान करने से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर के अंदर आलस कभी नहीं आता। और हम जो भी कार्य करते हैं उसमें हमें किसी भी प्रकार का आलस नहीं आता है। प्राणायाम हमारे विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दूर करता है। और हमें एक सुखी जीवन देता है।

Leave a Comment